Cryptocurrency Hindi Guide for Beginners .शुरुआती लोगों के लिए क्रिप्टोकरेंसी हिंदी गाइड

Cryptocurrency Hindi Guide for Beginners क्रिप्टोकरेंसी क्या है? सोचिए इसे डिजिटल पैसे की तरह। आप इसे देख या छू नहीं सकते, पर इंटरनेट पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसकी खास बातें:

  1. सुरक्षित: इसमें गणित का जादू (क्रिप्टोग्राफी) लगा है जो इसे सुरक्षित बनाता है।
  2. आजाद: कोई सरकार या बैंक इसे नहीं चलाता। यह अपने आप चलती है।
  3. पारदर्शी: हर लेन-देन का रिकॉर्ड सबके सामने रहता है।
  4. नए सिक्के: नए क्रिप्टो सिक्के भी बनते रहते हैं, पर एक खास तरीके से।

बस, समझ लीजिए कि यह एक नया तरीका है पैसों का लेन-देन करने का, जो पूरी तरह कंप्यूटर और इंटरनेट पर निर्भर है।

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी एक तरह का ऑनलाइन पैसा है। इसमें कुछ खास बातें हैं:

  1. सीधा लेन-देन: आप किसी को भी, कभी भी पैसे भेज सकते हैं। बैंक की जरूरत नहीं पड़ती।
  2. डिजिटल वॉलेट: आपको असली पैसे रखने की जरूरत नहीं। सब कुछ आपके फोन या कंप्यूटर में रहता है।
  3. सबको पता चलता है: जब भी कोई पैसे भेजता है, उसका रिकॉर्ड एक ऐसी जगह पर लिखा जाता है जहां सब देख सकते हैं।
  4. बहुत सुरक्षित: इसमें ऐसा कोड लगा होता है जो इसे चोरी होने से बचाता है।
  5. बिटकॉइन सबसे मशहूर: 2009 में शुरू हुई बिटकॉइन, सबसे पहली और सबसे जानी-मानी क्रिप्टोकरेंसी है।

बस, समझ लीजिए कि यह एक नया तरीका है पैसों का इस्तेमाल करने का, जो पूरी तरह इंटरनेट पर चलता है और बहुत सुरक्षित है।

Cryptocurrency Hindi Guide for Beginners

Cryptocurrency कैसे काम करती है?

Cryptocurrency कैसे काम करती है?

  1. सबका हिसाब-किताब: इसमें एक बड़ी डायरी जैसी चीज होती है, जिसे ‘ब्लॉकचेन’ कहते हैं। इसमें हर लेन-देन का रिकॉर्ड रखा जाता है।
  2. नए सिक्के बनाना: नए क्रिप्टो सिक्के बनाने को ‘माइनिंग’ कहते हैं। यह एक तरह का कठिन पहेली सुलझाने जैसा है, जो कंप्यूटर करते हैं।
  3. खरीदना और रखना: आप इसे खास दुकानों (एजेंट्स) से खरीद सकते हैं और अपने डिजिटल बटुए (वॉलेट) में रख सकते हैं।
  4. कुंजी है खास: आपके पास एक खास कुंजी (की) होती है, जो आपके पैसों की चाबी की तरह काम करती है।
  5. भविष्य में और बड़ा: अभी यह नया है, पर आगे चलकर इसका इस्तेमाल शेयर बाजार और कई जगहों पर हो सकता है।

बस, समझ लीजिए कि यह एक नया तरीका है पैसे रखने और खर्च करने का, जो पूरी तरह कंप्यूटर पर चलता है और जिसमें हर चीज का हिसाब रखा जाता है।

Cryptocurrency
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Cryptocurrency में लेन-देन कैसे होता है?

चलिए, मैं इसे और भी सरल तरीके से समझाता हूं:

  1. डिजिटल बटुआ (वॉलेट):
  • यह आपके बैंक खाते जैसा है, पर आप खुद इसे संभालते हैं।
  • इसमें दो चीजें होती हैं – एक सबको दिखाने वाली और एक छिपी हुई।
  1. पैसे भेजना:
  • जब आप किसी को पैसे भेजना चाहते हैं, तो उसका “सबको दिखने वाला पता” (पब्लिक एड्रेस) डालते हैं।
  • यह ऐसा है जैसे आप किसी को चिट्ठी भेजने के लिए उसका घर का पता लिखते हैं।
  1. अपने पैसे तक पहुंचना:
  • अपने पैसों को छूने के लिए आपको एक गुप्त कोड (प्राइवेट की) चाहिए।
  • यह ऐसा है जैसे आपके घर की चाबी, जो सिर्फ आपके पास है।
  1. सुरक्षा:
  • जब भी पैसे इधर से उधर जाते हैं, एक खास तकनीक (ब्लॉकचेन) इसे सुरक्षित रखती है।
  1. क्रिप्टो का मूल्य:
  • इसकी कीमत लोगों की मांग और उपलब्धता पर निर्भर करती है।
  • यह ऐसा है जैसे कोई पुरानी चीज, जिसकी कीमत इस बात पर निर्भर करती है कि कितने लोग उसे चाहते हैं और कितनी उपलब्ध है।
Cryptocurrency
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Cryptocurrency के उदाहरण _ Cryptocurrency Hindi Guide for Beginners

आइए Cryptocurrency की दुनिया में एक छोटी सी सैर करें। सबसे पहले तो है बिटकॉइन – यह तो क्रिप्टो की दादी मां है! 2009 में जन्मी, अब तक सबसे मशहूर।

फिर आता है इथेरियम – बिटकॉइन का छोटा भाई जैसा। ये भी काफी लोकप्रिय है और ब्लॉकचेन पर चलता है।

लाइटकॉइन को समझें तो ये है जैसे क्रिप्टो की चीता – तेज़ और फुर्तीला। इसके पेमेंट और लेन-देन बहुत जल्दी हो जाते हैं।

और अब बात करें रिप्पल की – ये थोड़ा अलग खेल खेलता है। सिर्फ क्रिप्टो नहीं, ये तो बैंकों और बड़ी कंपनियों के साथ भी काम करता है। 2012 से चल रहा है ये बंदा।

आखिर में, याद रखें – बिटकॉइन को छोड़कर बाकी सब को “altcoins” कहते हैं। मतलब, वैकल्पिक सिक्के!

Cryptocurrency
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Cryptocurrency कैसे खरीद सकते हैं?

  1. सबसे पहले, एक जगह चुनो जहां से खरीदोगे। दो विकल्प हैं:
  • पुराने जमाने के ब्रोकर: ये वो लोग हैं जो स्टॉक्स और बॉन्ड्स के साथ-साथ क्रिप्टो भी बेचते हैं।
  • क्रिप्टो एक्सचेंज: ये सिर्फ क्रिप्टो की दुकान हैं। यहां वॉलेट और ब्याज वाले खाते भी मिलते हैं। ध्यान रखना, फीस और सुविधाओं की तुलना करके ही चुनना!
  1. अब अपने चुने हुए प्लेटफॉर्म पर पैसे डालो। आमतौर पर डेबिट कार्ड, बैंक ट्रांसफर या कभी-कभी क्रेडिट कार्ड से भी कर सकते हो। पर याद रखो, क्रेडिट कार्ड से क्रिप्टो खरीदना थोड़ा जोखिम भरा है!
  2. बस, अब खरीदो! अपने फोन या कंप्यूटर पर जाओ और क्रिप्टो खरीदने का ऑर्डर दे दो। PayPal, Cash App जैसे ऐप्स से भी खरीद सकते हो।

याद रखो, क्रिप्टो की कीमतें बहुत उछलती-गिरती रहती हैं। इसलिए सोच-समझकर ही पैसे लगाना!

Cryptocurrency को कैसे स्टोर करते हैं?

चलो, अब बात करते हैं क्रिप्टो को सुरक्षित रखने की। यह तो ऐसा है जैसे आपने अपना पैसा खरीद लिया, अब उसे तिजोरी में रखना है।

क्रिप्टो की तिजोरी को ‘वॉलेट’ कहते हैं। ये दो तरह के होते हैं:

  1. हॉट वॉलेट:
  • ये ऑनलाइन रहता है, जैसे आपका नेट बैंकिंग
  • मुफ्त होता है, पर थोड़ा कमजोर
  • ऐसे समझो जैसे जेब में रखे पैसे
  1. कोल्ड वॉलेट:
  • ये ऑफलाइन रहता है, एक छोटी सी डिवाइस जैसा
  • इसके लिए पैसे देने पड़ते हैं, पर ज्यादा सुरक्षित है
  • ऐसे समझो जैसे घर की तिजोरी में रखे पैसे

याद रखें, कुछ क्रिप्टो दुकानें (एक्सचेंज) अपना वॉलेट भी देती हैं। पर अपना अलग वॉलेट रखना ज्यादा सुरक्षित माना जाता है।

Cryptocurrency से कैसे अलग है आईबीआई की डिजिटल रुपी

  1. डिजिटल रुपया (CBDC):
  • ये सरकार का डिजिटल पैसा है
  • आरबीआई इसे कंट्रोल करेगा
  • ये भी ब्लॉकचेन जैसी नई तकनीक पर चलेगा
  • इसे कानूनी मान्यता मिली हुई है
  1. क्रिप्टोकरेंसी:
  • ये निजी कंपनियों का डिजिटल पैसा है
  • इसे कोई सरकार या बैंक कंट्रोल नहीं करता
  • इसकी कीमत मांग और पूर्ति पर निर्भर करती है
  • बिटकॉइन, इथर जैसी क्रिप्टो भी ब्लॉकचेन पर चलती हैं
  1. क्रिप्टो की खास बातें:
  • इसमें लेन-देन बहुत सुरक्षित होता है
  • कोई केंद्रीय अथॉरिटी नहीं होती, सब कंप्यूटर नेटवर्क पर चलता है
  • नए सिक्के (टोकन) बनाने का तरीका भी अलग है

तो मुख्य अंतर ये है कि डिजिटल रुपया सरकारी है, और क्रिप्टो निजी। एक पर भरोसा कर सकते हैं, दूसरे में थोड़ा जोखिम है।

Cryptocurrency: सवाल- जवाब (FAQs)

  1. क्रिप्टो को ‘विकेंद्रीकृत’ क्यों कहते हैं?
  • इसमें कोई बैंक या सरकार बीच में नहीं आती
  • हजारों कंप्यूटर मिलकर लेन-देन को चेक करते हैं
  • सब कुछ एक खास तकनीक (ब्लॉकचेन) पर चलता है
  • हर लेन-देन का रिकॉर्ड सबके पास रहता है
  1. क्या क्रिप्टो सुरक्षित है?
  • काफी हद तक हां, क्योंकि इसमें गजब की कोडिंग होती है
  • लेन-देन के लिए दोहरी चेकिंग होती है
  • फिर भी, कभी-कभी हैकर्स ने बड़ी चोरी की है
  1. भारत में क्रिप्टो का चलन:
  • भारत में सबसे ज्यादा क्रिप्टो के मालिक हैं – करीब 10 करोड़ लोग
  • अमेरिका दूसरे और रूस तीसरे नंबर पर हैं
  • भारत की आबादी का लगभग 7% लोग क्रिप्टो रखते हैं
  • कई बड़ी कंपनियां हैं जहां लोग क्रिप्टो खरीद-बेच करते हैं

याद रखें, क्रिप्टो अभी नया है और इसमें जोखिम भी है। समझदारी से निवेश करें।

क्या आप एक क्रिप्टो के बारे में ज्यादा जानते हैं? कमेंट करने के लिए.

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