एआर रहमान भारत के प्रसिद्ध संगीतकारों में से एक हैं। उन्होंने दुनिया को अपनी प्रतिभा से मंत्रमुग्ध किया है। 2009 में, उन्होंने ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के लिए 2 ऑस्कर जीते।
उनकी पहली फिल्म ‘रोजा’ 1992 में रिलीज़ हुई। उनके कुछ प्रसिद्ध गाने हैं ‘जय हो’, ‘मां तुझे सलाम’, ‘रोजा’ और ‘मुन्नी बदनाम’।
प्रमुख बिंदु
- एआर रहमान भारत के प्रमुख संगीतकारों में से एक हैं।
- उन्हें 2009 में ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के लिए 2 ऑस्कर पुरस्कार मिले।
- उनकी पहली फिल्म ‘रोजा’ 1992 में रिलीज़ हुई।
- उनके प्रसिद्ध गानों में ‘जय हो’, ‘मां तुझे सलाम’, ‘रोजा’ और ‘मुन्नी बदनाम’ शामिल हैं।
- एआर रहमान ने अपनी असाधारण प्रतिभा से दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया है।
ar rahman का जीवन परिचय और संगीत यात्रा
एआर रहमान का असली नाम ए.एस. दिलीप कुमार था। उन्होंने बाद में इस्लाम धर्म अपनाया। उनका नाम बदलकर एआर रहमान हो गया।
उनकी संगीत यात्रा 1992 में ‘रोजा’ फिल्म से शुरू हुई। यह उनकी पहली फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने कई हिट गाने दिए।
बचपन और प्रारंभिक जीवन
एआर रहमान का जन्म 6 जनवरी, 1967 को चेन्नई में हुआ था। उनका परिवार संगीत से जुड़ा था।
उन्होंने चेन्नई में शुरुआती शिक्षा प्राप्त की। फिर मद्रास (अब चेन्नई) के एक संगीत संस्थान में दाखिला लिया।
संगीत में प्रवेश और पहली सफलता
एआर रहमान ने संगीत में प्रवेश किया। 1992 में ‘रोजा’ फिल्म से उनका करियर शुरू हुआ।
यह उनकी पहली फिल्म थी। इसने उन्हें भारतीय संगीत जगत में एक नाम दिया।
धर्म परिवर्तन और नाम परिवर्तन
एआर रहमान ने देश-विदेश में यात्रा की। उन्होंने कई देशों की धार्मिक शिक्षाएं सीखीं।
इस यात्रा ने उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपना नाम बदलकर एआर रहमान रखा।
वर्ष | घटनाएं |
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1992 | रोजा फिल्म के साथ संगीत में पहली सफलता |
1995 | साइरा बानो से शादी |
2022 | बेटी खतीजा का विवाह |
व्यक्तिगत जीवन और परिवार
एआर रहमान ने संगीत जगत में अपनी पहचान बनाई। उनका निजी जीवन हमेशा चर्चा में रहा। उन्होंने 1995 में सायरा बानो से शादी की।
दोनों का वैवाहिक जीवन लगभग 29 साल तक चला। लेकिन, हाल ही में उन्होंने अलग होने का फैसला किया। यह निर्णय भावनात्मक तनाव के कारण था।
एआर रहमान और सायरा बानो ने एक संयुक्त बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि वे अपने परिवार और दोस्तों का समर्थन चाहते हैं। वे निजी जीवन के बदलावों को गोपनीय रखना चाहते हैं।
रहमान का परिवार हमेशा उनका सहारा रहा। उनकी पत्नी और बच्चे उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। संगीत के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों के बीच, उन्होंने अपने परिवार की देखभाल को प्राथमिकता दी।
सायरा बानो और एआर रहमान के बीच अलग होने का फैसला बड़ी खबर है। दोनों ने अपने निजी जीवन को गोपनीय रखने का फैसला किया है। वे परिवार के साथ समय बिताने पर ध्यान केंद्रित करने का संकल्प लिया है।
निष्कर्ष
एआर रहमान ने भारतीय संगीत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है। उनका जीवन और करियर कई उतार-चढ़ावों से भरा हुआ है। लेकिन, वे हमेशा अपने अद्भुत संगीत से प्रशंसकों के दिलों को छूए हैं।
उनकी कहानी प्रेरणादायक है। उनके योगदान ने भारतीय संगीत को एक नया आयाम दिया है।
हाल ही में, एआर रहमान और मोहिनी देय ने अपने जीवन में कुछ बदलाव किए हैं। लेकिन, उनका संगीत अभी भी लोकप्रिय है। यह घटना उनकी निजी जिंदगी में उतार-चढ़ाव का संकेत देती है।
लेकिन, उनका प्रतिष्ठित करियर और योगदान भारतीय संगीत में अटूट रहेगा।
एआर रहमान का जीवन और करियर प्रेरणादायक है। उन्होंने भारतीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उनकी असाधारण प्रतिभा और कड़ी मेहनत ने उन्हें ‘संगीत का जादूगर’ बना दिया है।
वे हमेशा एक अद्वितीय संगीतकार के रूप में याद किए जाएंगे।
FAQ
एआर रहमान कौन हैं और वे क्या करते हैं?
एआर रहमान भारत के प्रसिद्ध संगीतकारों में से एक हैं। उन्होंने दुनिया को अपनी प्रतिभा से मंत्रमुग्ध किया है। 2009 में ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के लिए उन्होंने 2 ऑस्कर जीते।
एआर रहमान का असली नाम क्या था?
उनका असली नाम ए.एस. दिलीप कुमार था। बाद में उन्होंने इस्लाम धर्म अपनाया और नाम बदलकर एआर रहमान रखा।
एआर रहमान और सायरा बानो की शादी कब हुई थी?
1995 में एआर रहमान और सायरा बानो ने शादी की। लेकिन हाल ही में खबर आई है कि वे अलग हो गए हैं।
एआर रहमान को क्यों भारत के संगीत के जादूगर कहा जाता है?
एआर रहमान ने भारतीय संगीत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है। उनके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए। लेकिन उन्होंने हमेशा लोगों के दिलों को छुआ। उनकी कहानी प्रेरणादायक है।