Budget 2024:भारत का रक्षा क्षेत्र: चुनौतियों और महत्वाकांक्षाओं के बीच आगे बढ़ता कदम

 

Budget 2024:भारत का रक्षा उत्पादन: गिरावट के बावजूद निजी क्षेत्र की बढ़ती भूमिका

Budget 2024:भारत के रक्षा उत्पादन में उच्च – नीच देखनेको मिल रही हे. पिछले साल वित्त वर्ष 2023 में रक्षा उत्पाद ने 1 लाख करोड़ का आकड़ा पर कर एक नया रिकॉर्ड बनाया था. लेकिन इस साल यानि वित्त वर्ष 2024 में यह गटकर करीब 75,000 करोड़ रह गया हे.

हालांकि एक अच्छी बात यह है कि निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ रही है। इस साल 2024 निजी कंपनियों का योगदान कुल उत्पादन का 22% तक पहुंच गया, जो पिछले साल 2023 में 19% था। यानी सरकारी कंपनियों पर निर्भरता कम हो रही है।

लेकिन फिर भी निजी क्षेत्र का योगदान अभी पिछले साल के मुकाबले कम ही है। तो कुल मिलाकर रक्षा उत्पादन में गिरावट आई है, लेकिन निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ी है। यह एक मिला-जुला रुझान है।

Budget 2024:भारत का रक्षा Budget 2024-25: मामूली वृद्धि, बड़े सवाल

Budget 2024:सरकार ने अगले साल यानी 2024-25 के लिए रक्षा Budget 2024 में थोड़ी बढ़ोतरी की
है। इस बार रक्षा मंत्रालय को करीब 6.21 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं। यह
पिछले साल 2023 से लगभग 5% ज्यादा है।
लेकिन इसमें दो बातें ध्यान देने वाली हैं:

यह बढ़ोतरी उतनी नहीं है जितनी शायद उम्मीद की जा रही थी। क्योंकि इस साल के दौरान जो खर्च हुआ, उससे यह थोड़ा कम है।
अगर हम देखें कि सरकार के कुल खर्च में रक्षा का हिस्सा कितना है, तो वह 13% के आसपास है। और अगर देश की पूरी अर्थव्यवस्था (GDP) के हिसाब से देखें तो यह 2% से भी कम है।

तो कुल मिलाकर, रक्षा Budget 2024 में मामूली बढ़ोतरी हुई है, लेकिन यह अभी भी सरकार के कुल खर्च और देश की अर्थव्यवस्था के मुकाबले बहुत बड़ा हिस्सा नहीं है।

Budget 2024:”भारत का महत्वाकांक्षी रक्षा निर्यात लक्ष्य: चुनौतीपूर्ण लेकिन संभव”

Budget 2024:राजनाथ सिंह ने हाल ही में एक बड़ा लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि भारत 2029 तक हर साल 50,000 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण बेचना चाहता है। यह बहुत बड़ी बात है, क्योंकि पिछले साल 2023 भारत ने सिर्फ 21,083 करोड़ रुपये के उपकरण बेचे थे।

सिंह ने यह भी कहा कि भारत 2029 तक हर साल 3 लाख करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण बनाना चाहता है।

अब सवाल यह है कि क्या ये लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं? कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि हां, ये लक्ष्य मुश्किल हैं लेकिन संभव हैं। उनका मानना है कि:

1. भारत अपने खुद के हथियार बनाकर दूसरे देशों पर कम निर्भर होगा।
2. बड़े लक्ष्य रखने से अक्सर बेहतर नतीजे मिलते हैं।
3. भारत के बड़े उद्योग घराने इस दिशा में काम कर रहे हैं।
4. सरकार ने निर्यात के नियम आसान कर दिए हैं।

कुल मिलाकर, ये विशेषज्ञ मानते हैं कि चुनौतियां हैं, लेकिन भारत इन लक्ष्यों को हासिल कर सकता है।

Budget 2024:स्टार्टअप्स और युवा उद्यमियों का समर्थन

Budget 2024:भारत सरकार रक्षा क्षेत्र में नए विचारों और तकनीकों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है। इसके लिए वो युवा उद्यमियों और नए स्टार्टअप्स की मदद कर रही है। सरकार ने कुछ नियम बदले हैं ताकि इन नई कंपनियों को सरकारी ठेके मिलने में आसानी हो और उन्हें समय पर पैसा मिले।
सरकार का एक बड़ा लक्ष्य है कि 2025 तक हवाई जहाज और रक्षा उपकरण बनाने का कारोबार 1.75 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाए।
इस पूरे बदलाव में निजी कंपनियों की बहुत अहम भूमिका है। विवेक कृष्णन नाम के एक विशेषज्ञ का कहना है कि पिछले 10 सालों से निजी कंपनियां रक्षा उपकरण बनाने में बड़ी भूमिका निभा रही हैं। उनका अनुमान है कि अगले 10 सालों में भारत में जो भी रक्षा उपकरण बनेंगे, उनमें से आधे से ज्यादा निजी कंपनियां ही बनाएंगी।
तो कुल मिलाकर, सरकार नए विचारों को बढ़ावा दे रही है और निजी कंपनियों की मदद से रक्षा क्षेत्र को मजबूत करना चाहती है।

Budget 2024:विशेषज्ञों के विचार और सुझाव

Budget 2024:विशेषज्ञ कह रहे हैं कि भारत को अपने रक्षा Budget 2024 को बढ़ाना चाहिए। हालांकि सरकार ने इस साल थोड़ा Budget 2024 बढ़ाया है, लेकिन यह अभी भी दूसरे देशों के मुकाबले कम है।

विवेक कृष्णन जैसे विशेषज्ञ का कहना है कि:

1. भारत को हर साल रक्षा खरीद के लिए 25% ज्यादा पैसे खर्च करने चाहिए।
2. 10 साल में भारत को अपने रक्षा उपकरण खुद बनाने लायक हो जाना चाहिए।
3. दुनिया भर में तनाव बढ़ रहा है, इसलिए अच्छे हथियार जरूरी हैं।
4. चीन का रक्षा Budget 2024 भारत से 5-7 गुना ज्यादा है। इस अंतर को कम करना होगा।

वे यह भी कहते हैं कि रक्षा उपकरण खरीदना एक लंबी प्रक्रिया है। आज जो फैसले लेंगे, उनका असर 10 साल बाद दिखेगा।

दूसरे विशेषज्ञ, डॉ. बेहरा कहते हैं कि:

1. नई तकनीक और बड़े हथियारों पर ज्यादा खर्च करना चाहिए।
2. अभी भारत अपनी कुल कमाई (GDP) का 2% रक्षा पर खर्च करता है।
3. आने वाले सालों में इसे बढ़ाकर 2.5% करने की योजना है।

Budget 2024:भारत द्वारा निर्मित उन्नत हथियारों की बढ़ती मांग

Budget 2024:भारत अब अच्छे-अच्छे हथियार बना रहा है, और दूसरे देश उन्हें खरीदना चाहते हैं। उदाहरण के लिए:

1. ब्रह्मोस मिसाइलें – ये बहुत तेज और सटीक मिसाइलें हैं।
2. तेजस विमान – ये भारत के खुद के बनाए लड़ाकू विमान हैं।

वियतनाम, फिलीपींस और आर्मेनिया जैसे देश इन हथियारों को खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

इससे दो फायदे होंगे:
1. भारत को पैसा मिलेगा।
2. एशिया और दूसरे इलाकों में भारत का राजनीतिक प्रभाव बढ़ेगा।

विवेक कृष्णन नाम के एक विशेषज्ञ का कहना है कि अगले पांच साल में भारत के हथियारों की बिक्री बहुत बढ़ सकती है। ब्रह्मोस के अलावा, पिनाका रॉकेट लॉन्चर और आकाश मिसाइल सिस्टम भी बहुत मांग में हैं।

Budget 2024:भारत की रक्षा निर्यात रणनीति: चार स्तंभों पर आधारित योजना

Budget 2024:भारत अपने हथियारों को दूसरे देशों में बेचना चाहता है। इसके लिए चार बड़े काम करने होंगे:

1. ज्यादा पैसा खर्च करना:
– हर साल 25% ज्यादा पैसा हथियार बनाने पर लगाना होगा।
– नई तकनीक जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और अंतरिक्ष में काम आने वाले उपकरणों पर ध्यान देना होगा।

2. निजी कंपनियों की मदद लेना:
– सरकार ने रक्षा उत्पादन को महत्वपूर्ण बताया है।
– कुछ हथियार सिर्फ भारत में ही बनाने का फैसला लिया है।
– इससे निजी कंपनियां इस काम में आ रही हैं।

3. हथियार बेचने की अच्छी योजना बनाना:
– दूसरे देशों के साथ मिलकर काम करना।
– लंबे समय तक साथ काम करने से भरोसा बढ़ता है और नई तकनीक जल्दी मिलती है।

4. नए विचारों और खोज को बढ़ावा देना:
– अपने देश में ही नई तकनीक बनाने पर ध्यान देना।
– इससे दूसरे देशों पर निर्भरता कम होगी।
– सरकार की नीतियों से निजी कंपनियां इसमें ज्यादा काम कर रही हैं।

Budget 2024:भारत का रक्षा क्षेत्र: आत्मनिर्भरता से वैश्विक नेतृत्व की ओर

Budget 2024:भारत अपने रक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव कर रहा है। मुख्य बातें ये हैं:

1. आत्मनिर्भरता पर जोर:
– भारत चाहता है कि ज्यादातर हथियार अपने देश में ही बनें।
– सरकार का लक्ष्य है कि 75% हथियार भारत में ही बनें।
– इसके लिए रक्षा औद्योगिक गलियारे बनाए जा रहे हैं और कुछ हथियार सिर्फ भारत में ही बनाने का फैसला लिया गया है।

2. नई तकनीक पर ध्यान:
– भारत अपने खुद के इंजन और मिसाइलें बना रहा है।
– कावेरी इंजन, अग्नि-वी और के-5 मिसाइलें इसके उदाहरण हैं।
– बहुत तेज चलने वाली मिसाइलें (हाइपरसोनिक) भी बनाई जा रही हैं।

3. बड़े लक्ष्य:
– 2029 तक भारत अपने रक्षा उत्पादन को तीन गुना करना चाहता है।
– हथियारों के निर्यात को दोगुना करने का लक्ष्य है।

4. नए विचारों को बढ़ावा:
– सिर्फ खुद का सामान बनाने से ज्यादा, नए विचारों पर ध्यान दिया जा रहा है।
– इससे भारत दूसरे देशों से आगे निकल सकता है।

5. भविष्य की तैयारी:
– दुनिया में तनाव बढ़ रहा है, इसलिए भारत अपनी रक्षा ताकत बढ़ाना चाहता है।
– इन सब कामों से भारत दुनिया के बड़े रक्षा खिलाड़ियों में शामिल हो सकता है।

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