Peris paralympics 2024 का आगाज हो चुका है। भारत अपने पैरा-एथलीट्स के लिए पूरी तरह तैयार है। इन खेलों का आयोजन 28 अगस्त से 8 सितंबर 2024 तक होगा।
भारत 84 पैरा-एथलीट्स के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा, जिसमें 32 महिलाएं शामिल हैं। हम 12 इवेंट्स में हिस्सा लेंगे।
टोक्यो 2020 की सफलता के बाद, हम पदक जीतने की उम्मीद कर रहे हैं। अवनी लेखरा, सुमित अंतिल और हरविंदर सिंह जैसे खिलाड़ी पदक जीतने की उम्मीद कर रहे हैं।
paralympics 2024: प्रमुख कार्यक्रम
- paralympics 2024 में भारत का दबदबा
- टोक्यो में शानदार प्रदर्शन के बाद भारत के पास पदक जीतने की संभावनाएं
- अवनी लेखरा, सुमित अंतिल और हरविंदर सिंह जैसे दिग्गज खिलाड़ी पदक जीतने की उम्मीद कर रहे हैं
- भारत के पास 84 पैरा-एथलीट्स हैं, जिसमें 32 महिलाएं शामिल हैं
- भारत 12 इवेंट्स में प्रतिस्पर्धा करेगा
paralympics 2024: Table of Contents
paralympics 2024: Peris paralympics 2024 का परिचय
Peris paralympics 2024 28 अगस्त से 8 सितंबर 2024 तक होगा। यह 17वें संस्करण होगा और सबसे बड़ा होने की उम्मीद है।
इवेंट का आयोजन स्थल और तिथियां
पेरिस में 28 अगस्त से 8 सितंबर 2024 तक आयोजन होगा। कई खेल स्थलों पर होगा। पेरिस राष्ट्रीय खेल पार्क, पेरिस रिवर के किनारे और अन्य स्थान शामिल हैं।
भारतीय दल का विवरण
Peris paralympics 2024 में 84 पैरा-एथलीट्स भाग लेंगे। 32 महिलाएं शामिल हैं। यह भारत का सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व होगा।
भारत ने 6 गोल्ड, 8 सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। कुल मेडल 26 हैं।
भारत 14वें स्थान पर है।
paralympics 2024: भारतीय पैरा एथलीट प्रतिभागी
पेरिस पैरालंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख पैरा एथलीट हैं शूटर अवनी लेखरा, जैवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल और तीरंदाज हरविंदर सिंह। इन खिलाड़ियों से पदक जीतने की उम्मीद है।
paralympics 2024: प्रमुख पदक के दावेदार
पैरा एथलीट धर्मबीर ने पिछले वर्ष एशियाई कीर्तिमान बनाया था। उन्होंने पुरुषों की क्लब थ्रो F51 फाइनल में 34.92 मीटर का प्रदर्शन किया था। यह उनका स्वर्ण पदक हासिल करने का समय था।
धर्मबीर का सफर एक हादसे के बाद शुरू हुआ था। वह वापसी के साथ स्वर्ण पाने में सफल हुए।
अवनी लेखरा ने paralympics 2024 में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीते। अवनी ने अपने करियर में तीन पैरालंपिक पदक जीते।
paralympics 2024: नए स्पोर्ट्स और श्रेणियां
पेरिस paralympics 2024 में पैरा साइक्लिंग, पैरा रोइंग और ब्लाइंड जूडो जैसे नए खेल शामिल हुए हैं। इन नई श्रेणियों में भारत की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
paralympics 2024: पिछले पैरालंपिक में भारत का प्रदर्शन
भारत ने 11 पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लिया है। हाल के वर्षों में भारतीय पैरा एथलीट्स ने कई स्पोर्ट्स में अच्छा किया है। टोक्यो 2020 में भारत ने 5 स्वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्य पदक जीते।
इससे कुल 19 पदक हासिल हुए, जो उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। 1960 से लेकर अब तक, भारत ने पैरालंपिक में 31 पदक जीते हैं, जिसमें 9 स्वर्ण, इसमें 12 चांदी और 10 कांसे के पदक हैं।
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत ने 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक जीते। Navdeep Singh ने मेन्स जैवलिन थ्रो (F41) वर्ग में गोल्ड मेडल जीता। सिमरन शर्मा ने महिलाओं की 200 मीटर (T12) स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
– Navdeep Singh, भारतीय पैरा एथलीट
भारत फिलहाल पेरिस paralympics 2024 में 16वें स्थान पर है। यह उसका उत्कृष्ट प्रदर्शन है। इन सभी उपलब्धियों से देश में पैरा खेलों के प्रति जागरूकता और उत्साह बढ़ा है।
paralympics 2024 में भारत के लिए संभावनाएं
Peris paralympics 2024 में भारत के लिए पदक जीतने की अच्छी संभावनाएं हैं। भारतीय पैरालंपिक समिति के चीफ डी मिशन सत्य प्रकाश सांगवान ने 28 या उससे ज्यादा मेडल जीतने का लक्ष्य रखा था। अब तक भारत ने 29 मेडल जीते हैं, और और भी मेडल जीतने की उम्मीद है।
टोक्यो के बाद पेरिस में भारत ने पदक जीतने का लक्ष्य रखा है।
paralympics 2024: लक्ष्य और उम्मीदें
Peris paralympics 2024 में भारत ने 25 मेडल जीते हैं, जिसमें 1 स्वर्ण, 8 रजत और 16 कांस्य शामिल हैं। पेरिस में और अधिक मेडल जीतने की उम्मीद है।
नवदीप, सिमरन शर्मा और प्रवीण कुमार जैसे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद हैं।
- नवदीप ने जैवलिन थ्रो एफ41 में 47.32 मीटर के पर्सनल बेस्ट थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीता।
- सिमरन शर्मा ने वुमेंस 200 मीटर टी12 में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
- प्रवीण कुमार ने हाई जंप टी64 में स्वर्ण पदक जीता।
भारतीय खिलाड़ियों का अच्छा प्रदर्शन और बढ़ते हुए पदक तालिका ने भविष्य के लिए बेहद उम्मीदें जगाई हैं। पैरालंपिक में भारत का प्रदर्शन लगातार बेहतर होता जा रहा है।
paralympics 2024: प्रशिक्षण और तैयारियां
भारतीय पैरा एथलीटों के लिए paralympics 2024 पैरालंपिक के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है। 84 प्रतिभावान पैरा एथलीटों को देश भर से चुना गया है। सरकार और निजी क्षेत्र दोनों ने उनके लिए समर्थन किया है।
paralympics 2024: सरकारी और निजी समर्थन
भारत सरकार ने पैरा एथलीटों को प्रशिक्षण, सुविधाएं और वित्तीय सहायता दे रही है। निजी संगठन भी प्रायोजन और प्रोत्साहन दे रहे हैं। इन मदद से खिलाड़ी पेरिस में अच्छा कर रहे हैं।
प्रशिक्षण और सुविधाएं | सरकारी समर्थन | निजी समर्थन |
---|---|---|
उच्च कोटि का प्रशिक्षण | कोचिंग, जीवित निर्वाह और तकनीकी सहायता | प्रायोजन, पुरस्कार और प्रोत्साहन |
आधुनिक उपकरण और सुविधाएं | खेलों के लिए अनुकूलित सुविधाएं | स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर और उपकरण |
विशेषज्ञ मेंटरशिप | मेडिकल सहायता और पुनर्वास प्रोग्राम | नए खेलों और श्रेणियों की पहचान |
इन प्रयासों से भारतीय पैरा एथलीटों को में अच्छा करने के लिए प्रेरित किया गया है। देश में पैरा खेलों के लिए जागरूकता और समर्थन बढ़ रहा है। युवा पीढ़ी में नई प्रेरणा आ रही है।
paralympics 2024: भारतीय पैरा एथलीटों की चुनौतियां
पैरा एथलीटों के लिए कई चुनौतियाँ हैं। इनमें ढांचे की कमी, प्रशिक्षण और उपकरणों की कमी शामिल हैं। सामाजिक और आर्थिक चुनौतियाँ भी हैं।
इन चुनौतियों को दूर करने के लिए सरकार और निजी क्षेत्र का समर्थन जरूरी है। पैरा एथलीटों को अपनी पूर्ण क्षमता दिखाने का मौका मिले।
भारत ने पेरिस 2024 में 27 पदक जीते। इनमें छह स्वर्ण, नौ रजत, और 12 कांस्य शामिल हैं। पैरा एथलीटों का सामना कई चुनौतियों से होता है:
- अवसंरचना और सुविधाओं की कमी: कई क्षेत्रों में पैरा एथलीटों के लिए उपयुक्त अवसंरचना का अभाव है।
- प्रशिक्षण और उपकरणों की कमी: कुछ खेलों में उच्च-गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण और उपकरण उपलब्ध नहीं हैं।
- सामाजिक और आर्थिक चुनौतियाँ: कई पैरा एथलीट सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आते हैं।
इन चुनौतियों को दूर करने के लिए सरकार और निजी क्षेत्र का समर्थन जरूरी है। पैरा एथलीटों के लिए बेहतर अवसंरचना और प्रशिक्षण सुविधाएँ जरूरी हैं। आर्थिक सहायता भी जरूरी है।
paralympics 2024: निष्कर्ष
Peris paralympics 2024 में भारत के लिए पदक जीतने की अच्छी उम्मीदें हैं। टोक्यो में उन्होंने अच्छा किया था। अब पेरिस में और बेहतर करने की तैयारी है।
सरकार और निजी क्षेत्र का समर्थन खिलाड़ियों को मदद कर रहा है। इस वजह से वे अपनी पूरी क्षमता दिखा पाएंगे।
पैरालंपिक में भारत का प्रदर्शन देश के लिए गर्व का विषय होगा। उन्होंने पहले पैरालंपिक में पदक जीते थे। इस बार भी अच्छा प्रदर्शन किया जाएगा।
पैरा एथलीटों की मेहनत और संकल्प से भारत पेरिस में अच्छा करेगा।
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत का प्रदर्शन देश के लिए गर्व का विषय होगा। यह प्रमाण होगा कि भारतीय पैरा एथलीटों ने देश का नाम रोशन किया है।
paralympics 2024: FAQ
Peris paralympics 2024 का आयोजन कब और कहाँ होगा?
Peris paralympics 2024 का आयोजन 28 अगस्त से 8 सितंबर 2024 तक होगा। यह फ्रांस की राजधानी पेरिस में होगा।
इस बार भारत का प्रतिनिधित्व कितने पैरा-एथलीट कर रहे हैं?
इस बार भारत 84 पैरा-एथलीटों के साथ प्रतिनिधित्व कर रहा है। इनमें से 32 महिलाएं हैं। यह भारत के लिए सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व होगा।
भारत कितने खेलों में भाग लेगा?
भारत 12 खेलों में भाग लेगा। ये 22 खेलों में से हैं।
पेरिस पैरालंपिक में भारत के प्रमुख पैरा-एथलीट कौन-कौन हैं?
प्रमुख पैरा-एथलीटों में शूटर अवनी लेखरा, जैवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल और तीरंदाज हरविंदर सिंह शामिल हैं। इनसे पदक जीतने की उम्मीद है।
पैरालंपिक में भारत का कुल मेडल कलेक्शन कितना है?
1960 से अब तक, भारत ने 31 पदक जीते हैं। इनमें 9 स्वर्ण, 12 रजत और 10 कांस्य पदक शामिल हैं।
Peris paralympics 2024 में भारत के लिए पदक जीतने की क्या संभावनाएं हैं?
टोक्यो 2020 की सफलता के बाद, भारत के लिए पदक जीतने की अच्छी संभावनाएं हैं। भारतीय पैरालंपिक समिति ने 28 या ज्यादा मेडल जीतने का लक्ष्य रखा है।
भारतीय पैरा-एथलीटों को कैसे तैयार किया जा रहा है?
पैरा-एथलीटों को कड़ी मेहनत और व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सरकार और निजी क्षेत्र दोनों ने इन खिलाड़ियों को समर्थन दिया है।
खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण, सुविधाएं और आर्थिक मदद मिल रही है।
पैरा-एथलीटों के सामने क्या चुनौतियाँ हैं?
पैरा-एथलीटों के सामने कई चुनौतियाँ हैं। अवसंरचना की कमी, प्रशिक्षण और उपकरणों की कमी हैं। सामाजिक और आर्थिक चुनौतियां भी हैं।
इन चुनौतियों को दूर करने के लिए सरकार और निजी क्षेत्र का समर्थन जरूरी है।